विवि में आयोजित हुआ पं0 दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह
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मेरठ : चौ0 चरण सिंह विवि के बृहस्पति भवन में पं0 दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित जन्मशती समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केसरी नाथ त्रिपाठी ने पं0 दीन दयाल व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि पं0 दीन दयाल के बताये रास्ते पर चलकर ही हम और तरक्की कर सकते है। उन्होने समाज की निरन्तर, निस्वार्थ व समर्पित भाव से सेवा की। राष्ट्रवाद से जुडी राजनीति राष्ट्रकल्याण का मार्ग है। इस अवसर पर पं0 दीन दयाल सेवा संस्थान द्वारा 30 गरीब व मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान हुआ।
मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि उन्हे दूसरी बार विवि में आने का अवसर मिला है, पूर्व में विवि द्वारा डी-लिट की मानद उपाधि विवि द्वारा उनको प्रदान की गयी थी उस अवसर पर वह विवि में आये थे। उस दौरान उन्होंने अपेक्षा की थी कि विवि शिक्षा क क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करें, उन्हें इस बात की खुशी है कि विवि उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में समाज के सभी आयुवर्ग के व्यक्तियों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि कार्यक्रम में समाज का न्यूक्लीयस उपस्थित है और यही इसका प्रचार प्रसार भी करेगा।
उन्होने कहा कि सौभाग्यवश उन्हें प0 दीन दयाल जी के साथ कार्य करने का अवसर मिला और अपने निवास पर उनके स्वागत करने का अवसर भी उन्हें सौभाग्यवश मिला, उन्होंने कहा यह दुर्भाग्य है कि इलाहाबाद में आयोजित जन संघ के कार्यक्रम के दौरान उन्हें प0 दीन दयाल जी के महा प्रयाण की सूचना मिली तत्काल वह अन्य साथियों के साथ मुगलसराय पहुंचे। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के कमरे में सिर्फ 5 व्यक्तियों को जाने की अनुमति थी और वह उन पांचों मे से एक थे।
मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि पं0 दीन दयाल जी की वाणी में मधुरता, व्यवहार मे धैर्य व चिंतन में गम्भीरता थी, पं0 दीन दयाल एक महानपुरूष थे। उन्होंने कहा कि पं0 दीन दयाल जी द्वारा पैसेन्जर ट्रेन में सफर करने पर उनके द्वारा पूछने पर पं0 दीन दयाल ने कहा कि उन्हें पंण्डित जी के नाम से न पुकारे बल्कि उनके प्रथम नाम से पुकारे, दीन दयाल जी ने बताय कि पैसेन्जर ट्रेन में सफर करने में समय ज्यादा लगता है और उस दौरान वह समय का सदुपयोग करते हुए लेखन का कार्य करते है।
मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने बताया कि दीन दयाल जी ने समाज को एकात्मवाद और अंत्योदय की परिकल्पना दी। एकात्मवाद से तात्पर्य सभी वर्गो का समेकित विकास करना है तथा अन्त्योदय का तात्पर्य समाज के अन्तिम व्यक्ति की सामाजिक व आर्थिक उन्नति है। दीन दयाल जी कहा करते थे कि राजनीति राष्ट्रवाद से हटकर नहीं हो सकती और जिस देश का व्यक्ति राष्ट्रवाद छोड़ देगा उस देश में स्वाभिमान नहीं हो सकता। राष्ट्रवाद हमारी संस्कृति की पहचान है।
उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री भारत सरकार ने मेड इन इण्डिया का नारा दिया है और यह भी एक राष्ट्रवाद है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के बिना कोई भी देश व उसकी संस्कृति नहीं पनप सकती है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों द्वारा ऐसी परम्परा अपनायी गयी जिसके कारण गरीब और गरीब, अमीर और अमीर होता चला गया। उन्होंने बताया कि पं0 दीन दयाल के रास्ते पर चलकर ही हम और तरक्की कर सकते है। उन्होंन कहा कि समाजवाद भौतिक विकास की बात करता है और अध्यात्म मानव की प्रगति के लिये आवश्यक है।
पं0 दीन दयाल उपाध्याय सेवा संस्थान के अध्यक्ष ब्रहमपाल ने कहा कि पं0 दीन दयाल जी एक युग प्रवृत्तक व युग दृष्टया थे उनके विचार आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि पं0 दीन दयाल जी ने जिस दर्शन समाज को दिया उससे लोगो की उन्नित व तरक्की होगी।
पं0 दीन दयाल उपाध्याय सेवा संस्थान के महांमंत्री ब्रजभूषण शर्मा ने कहा कि वह पिछले 14 वर्षाे से मा0 केसरी नाथ त्रिपाठी जी को अपने कार्यक्रम में बुलाने के लिए प्रयासरत थे, लेकिन व्यस्तता के कारण यह सम्भव न हो पाया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से आज यह सम्भव हो पाया है। उन्होंने केसरी नाथ त्रिपाठी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह वर्ष 1977 से 2006 तक 06 बार विधान सभा के सदस्य व 03 बार विधानसभा अध्यक्ष रहे। उन्होंने 30 देंशों की यात्राएं की। उन्होंने एलएलबी की उपाधि प्राप्त की और उनके पास पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त बिहार के राज्यपाल का अतिरिक्त चार्ज भी रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि के प्रति कुलपति एचएस सिंह ने की।इस अवसर पर मा0 सासंद राजेन्द्र अग्रवाल, मा0 पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा डा0 लक्ष्मीकान्त वाजपेयी, पं0 दीन दयाल उपाध्याय सेवा संस्थान के अध्यक्ष ब्रहमपाल, महामंत्री ब्रजभूषण शर्मा, विनोद भारती, प्रदीप शुक्ला, श्रीमती वर्षा कौशिक, जिलाधिकारी समीर वर्मा, एसएसपी मंजिल सैनी, सहित अन्य प्रबुद्धजन, गणमान्य लोग, छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित रहे।


